शुक्रवार, 27 जनवरी 2017




 अच्छा दिन

प्रणाम मित्रों,


आज 27 जनवरी का दिन मैं आप लोगों के साथ शेयर करने जा रहा हुं क्योंकि आज मुझे बहुत कुछ सिखने को मिला।
हमेषा की भाँति आज भी मैं सुबह तैयार होकर 10 बजे आॅफिस पहुंचा और पूजा वगैरा करके अपने काम पर लग गया, तब तक मेरे आफिस के सभी सहकर्मी भी पहुंच चुके थे। करीब ग्यारह बजे हमारे कम्पनी के मालिक सुरेष भाई भी आॅफिस पहुंचे, तब मैं कम्प्युटर में फोटो डिजाईन कर रहा था। थोड़ी देर बाद सभी जनों को आॅफिस में बुलाया गया, मैं भी वहीं था, और उन्होंने बताया कि अपनी कम्पनी Rocwins Inc से बैंगलोर अन्र्तराष्ट्रीय प्रदर्षनी केन्द्र-2017 (Bangalore International Exhibition Centre-2017) में विजीटर के तौर पर किसे भेजा जाए, तब सभी ने इषारा मेरी ओर कर दिया। सुरेष भाई ने कहा कि महेन्द्र तुम जाओगे, तो मैंने कहा हां ठीक है। फिर उन्होंने मुझे सबसे पहले तो वहां के नियम एवं जरूरी बातें बताई और कहा तुम जाओ। मैं करीब डेढ़ घंटे के बाद बैंगलोर ट्रेफिक में बाईक ड्राइव करते-करते वहां पहुंचा, वहां का नजारा देखकर मैं तो एक दम सन्न सा रह गया। बाइक को पार्क किया और सीधे पहुंचा आॅनलाईन रजिस्ट्रेषन काउन्टर पर, वहां भी भीड़ थी लेकिन जल्द ही रजिस्ट्रेषन हो गया। वहां मुझे हाॅल नम्बर - 1 में स्टाॅल नम्बर 108 पर SPINKS Softech Pvt. Ltd-Chennai से आए गौरव सिंह से मिलना था और उनसे हमारे कम्पनी में लगी मषीन संबंधित जानकारी लेनी थी। हाॅल के बाहर लगे नक्षे को देखकर मैं आसानी से उनके पास पहुंच गया, वहां गौरव सिंह के साथ पांच मेम्बर और भी थे, उनसे मिला और उन्होंने मुझे कम्पनीज भविष्य के बारे में विस्तार से समझाया। मैं एक जिज्ञासु की तरह उनसे सीखने के लिए बार-बार सवाल-जवाब कर रहा था, वो भी मुझे हर एक सवाल को विस्तारपूर्वक समझा रहे थे। करीब चार घंटे उनके साथ बिताए पर मुझे पता ही नहीं चला, यहां आकर मैंने आज पहली बार कोई ऐसा प्रदर्षनी केन्द्र देखा था, हां एक बात कहना भुल गया कि आज मेरी टुटी-फुटी अंग्रेजी ने मेरा भरपुर साथ दिया क्योंकि आज हिन्दी भाषा का एक भी शब्द मेरे सामने नहीं था और न ही मुझे कन्नड़ भाषा बोलनी आती थी। मैनंे गौरव सिंह और उनके स्टाॅफ को थैंक्यू बोला और मैं वहां से रवाना हो गया। आज का दिन मेरे लिए बहुत कुछ सीखने वाला दिन था और मैंने सीखने की कोषिष भी की।  मैं सुरेष भाई एवं मेरे स्टाॅफ को भी धन्यवाद देता हुं जिन्होंने मुझे मेरी कम्पनी से विजीटर के तौर पर चुना।

धन्यवाद! और मिलते है अगले अंक में।

महेन्द्र पी देवासी


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