आंपणें देवासियों रे मारवाड़ी गीतों रो आनंद
चढ़ लाडा, चढ़ रे ऊँचे रो
चढ़ लाडा, चढ़ रे ऊँचे रो, देखाधूं थारो सासरो रे
जांणे जाणें जोगीड़ो रा डेरा, ऐंडू के शार्रूं सासरो रे
चढ़ लाड़ा चढ़ रे ऊँचो रो, देखांधू थारा सुसरा रे
जाणें जाणें पड़गो रा वौरा, ऐड़ा रे थारा सुसरा रे
चढ़ लाड़ा चढ़ रे ऊँचे रे देखांधू थारो सासरो रे
जाणें जाणें पड़गा री "बोंरी' ऐड़ी तो थारी सासूजी रे
चढ़ लाड़ा चढ़ रे ऊँचे रो, देखांधू थारो सासरो रे
जाणें जाणें जोगीड़ा री छोरी, ऐड़ी तो थारी साली रे
✍......... महेन्द्र आल, देवासी युवा टीम 9610969896
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घाम पड़े, धरती तपै रे
घाम पड़े, धरती तपै रे, पड़े नगांरा री रोल
भंवर थारी जांत मांयने
बापाजी बिना कड़ू चालणू रे
बापा मोत्यां सूं मूंगा साथा
भंवर थारी जांन मांयने
माताजी बिना केडूं चालणू रे
माताजी हरका दे साथ
भंवर थारी जान मांयने
घाम पड़े, धरती रपै रे, पड़े नागरां री रौल
भवंर थारी जांन मांयने
✍......... महेन्द्र आल, देवासी युवा टीम 9610969896
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ऐली पैली सखरिया री पाल
ऐली पैली सखरिया री पाल
पालां रे तंबू तांणिया रे
जाये वनी रे बापाजी ने कैजो, के हस्ती तो सामां मेल जो जी
नहीं म्हारां देसलड़ा में रीत, भंवर पाला आवणों जी
जाय बनी रा काकाजी ने कैजो
घुड़ला तो सांमां भेजजो जी
नहीं म्हारे देशां में रीत, भेवर पाला चालणों जी
जाय बनीरा माता जी ने कैजो
सांमेला सामां मेल जो जी
नहीं म्हारे देशलड़ां में रीत
भंवर पाला आवणों री
✍......... महेन्द्र आल, देवासी युवा टीम 9610969896
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म्हें थांने पूछां म्हारी धीयड़ी
म्हें थांने पूछां म्हारी धीयड़ी
म्हें थांने पूछां म्हारी बालकी
इतरो बाबा जी रो लाड़, छोड़ र बाई सिध चाल्या।
मैं रमती बाबो सो री पोल
मैं रमतो बाबो सारी पोल
आयो सगे जी रो सूबटो, गायड़मल ले चाल्यो।
म्हें थाने पूंछा म्हारी बालकी
म्हें थाने पूंछा म्हारी छीयड़ी
इतरों माऊजी रो लाड़, छोड़ र बाई सिध चाल्या।
आयो सगे जी रो सूबटो
हे, आयो सगे जी रो सूबटो
म्हे रमती सहेल्यां रे साथ, जोड़ी रो जालम ले चाल्यो।
हे खाता खारक ने खोपरा
रमता सहेलियां रे साथ
मेले से हंसियों लेइ चाल्यों
हे पाक्या आवां ने आबंला
हे पाक्यां दाड़म ने दाख
म्लेइ ने फूटर मल वो चाल्यो
म्हें थाने पूंछा म्हारी धीयड़ी
इतरों बापा जी रो लाड़, छोड़ने बाई सिध चाल्यो।
✍......... महेन्द्र आल, देवासी युवा टीम 9610969896
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झालो अलगियों तो ऐयूं जालो मांए
झालो अलगियों तो ऐयूं जालो मांए
के धिया बाई सा रो पीवरियो तो एयूं मीडक मांए
सासूरियूं तो लीन्यूं नजरा मांए
बाइसा रो बापा जी तो रेग्या मीडंक भांए
ससुरा जी तो लीन्या नजरां मांए
सासू जी ने लीवों नजरां मांए।
बाई री साथणियां तो रैगी माड़क मांय
नणदल बाई सा ने लेवो नजरां मांए।
✍......... महेन्द्र आल, देवासी युवा टीम 9610969896
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बनी ! थूंई मत जाणे बना सा ऐकला रै
बनी ! थूंई मत जाणे बना सा ऐकला रै
झमकू ! थूंई मत जाणे "राइवर" ऐकला रै!
साथे चूड़ीदार, चौपदार, हाकिम ने हवालदार
कागदियों से कांमदार, काका ऊभा किल्लेदार
भौमा ऊबा मज्जादार, सखाया सब लारोलार
फूल बिखौरे गजरों गंधियों रै
बनी थूंई मत जाणे बनासा एकला रै
✍......... महेन्द्र आल, देवासी युवा टीम 9610969896
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म्हारों बालूड़ों ग्यो तो सासरे
म्हारों बालूड़ों ग्यो तो सासरे,
काईं काईं लायो रे वीरा डायजिये ...
लाड़ी आयो ने अनुअर डायजिये ...
बेड़ो लायो ने थाली डायजिये ...
लोटो लायो ने लोटी डायजिये ...
सीरस लायो ने ढ़ाल्यो डायजिये ...
म्हारो बालूड़ो ग्यो तो सासरे ...
काईं काईं लायो रे वीरा डायजिये ... ।
✍......... महेन्द्र आल, देवासी युवा टीम 9610969896
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म्हने अंापणे देवासियां रे ब्याव रे टाइम लुगाइयों द्वारा गांवता मधुर गीत बहुत ही सुहावणा लागे है। ईं कारण अे आंपणा लोक गीत म्हें म्हारे अंदाज सूं लिख्या है, अगर इणरै मांइनें कठेई कोई भूल वैगी वैतो माफ करज्यों अर म्हारे ब्लाॅग रे कमेन्ट बाॅक्स रे माइनें जरूर लिखज्यों, जिणा म्हूं मारी भूल ने सूधार सकूं। आप सगळा ने महेन्द्र आल री तरफ सूं राम राम सा।
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